डॉ. संजय सिंह चौहान जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट)
पार्टी कार्यकर्ताओं में हमारे नेताजी के रूप में प्रसिद्ध डॉ संजय सिंह चौहान जी का जन्म 08 अप्रैल 1975 को जनपद गाजीपुर के पोस्ट तुरना के बड़हरा गांव में हुआ था। स्व.स्वामी कन्हैया दास जमादार नालन्दा बिहार से प्रभावित होकर नेताजी 2004 के ऐतिहासिक जनवादी आंदोलन में कूद पड़े। जिसके कारण इनको कई बार जेल भी जाना पड़ा।
यह आंदोलन अहिंसा, समानता और न्याय, शिक्षा, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के लिए चलाया जा रहा था। जनवादी जनक्रांति महा रैली के अंतर्गत भाजपा हटाओ, प्रदेश बचाओ तथा जन स्वाभिमान रैली निकलकर डॉक्टर संजय सिंह चौहान ने भारतीय राजनीति व इतिहास के साथ गहरे जुड़ाव के माध्यम से इन खूबियों को आत्मसात किया।
उन्होंने पहली बार 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा जिसमें उनको 4 लाख 98 हज़ार वोट मिले थे और जनता का पूरा समर्थन मिले लेकिन कुछ कारणवश वोटों के केवल मामूली अंतर से वो जीत नहीं पाए थे। लेकिन उन्होंने कहा की जनता ने उन्हें पूरा समर्थन दिया साथ ही संजय सिंह ने ये भी कहा कि जनता की सेवा करना ही मेरा मुख्य उद्देश्य है और कर्त्तव्य है ।
जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) जिस स्वर्णिम युग का सपना देखती है उसमें देशों के बीच एक दीवार बन गयी है वो टूट जायेगी, पूरा विश्व एक हो जायेगा। हमारी विचारधारा से जो प्रभावित होगा हर वो व्यक्ति यह सोचकर काम करेगा कि दूसरों के लिए क्या अच्छा है और क्या गलत। लेकिन जब तक किसी इंसान के द्वारा दूसरे इंसान का तथा एक राष्ट्र के द्वारा दूसरे राष्ट्र के बीच प्रतिस्पर्धा एवं शोषण होता रहेगा तब तक उनसे उत्पन्न होने वाली पीड़ाओं और अपमानों से मानव सभ्यता को नहीं बचाया जा सकता ऐसा डॉ संजय सिंह चौहान जी का मानना है।